प्रेम सम्पूर्णता देता है -
सम्पूर्णता -
जैसे नवजात शिशु के हाथों का पिता की उंगली थाम लेना।
जैसे कन्यादान के समय पुत्री के निश्छल नयन से नीर का प्रवाह।
जैसे जीवन की इह लीला समािप्त पर ज्येष्ट पुत्र का मुख में अग्नि देना।
प्रेम सम्पूर्णता देता है... To b cntnd... - © बख़्त फ़क़ीरी
सम्पूर्णता -
जैसे नवजात शिशु के हाथों का पिता की उंगली थाम लेना।
जैसे कन्यादान के समय पुत्री के निश्छल नयन से नीर का प्रवाह।
जैसे जीवन की इह लीला समािप्त पर ज्येष्ट पुत्र का मुख में अग्नि देना।
प्रेम सम्पूर्णता देता है... To b cntnd... - © बख़्त फ़क़ीरी
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